क्या होता है Piercing Candlestick Pattern, जाने आसान भाषा में!

अगर आप शेयर मार्केट सीखना चाहते हैं, तो आपको Piercing Candlestick Pattern पता होना चाहिए।

इसमें पहले एक बड़ी बेयरिश कैंडल बनती है, फिर उसी के बराबर की एक बुलिश कैंडल तैयार होती है।

इस पैटर्न में बुलिश कैंडल की क्लोजिंग, पहली कैंडल के बीच से ऊपर होती है।

दोनों कैंडल्स का आकार लगभग एक जैसा होता है, बस फर्क सिर्फ रंग का होता है।

ये पैटर्न बनने के बाद मार्केट ऊपर की ओर मूव करने लगती है।

इसीलिए इसे बुलिश रिवर्सल पैटर्न कहा जाता है क्योंकि ये तेजी की शुरुआत का संकेत देता है।

जब ये कैंडल बनता है, तब खरीदार एक्टिव हो जाते हैं और सेलर्स कमजोर पड़ने लग जाते हैं।