अगर आप शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करते हैं या करना चाहते हैं, तो आपको कैंडलस्टिक पैटर्न्स (Candlestick Pattern) की समझ जरूर होनी चाहिए। इन पैटर्न्स की मदद से आप यह जान सकते हैं कि मार्केट कब ऊपर जा सकता है और कब नीचे। आज हम एक ऐसे पैटर्न की बात करेंगे जो अक्सर Downtrend को खत्म कर एक नए Uptrend की शुरुआत का सिग्नल देता है जिसे Bullish Engulfing Candlestick Pattern कहते है।
क्या है Bullish Engulfing Candlestick Pattern?
Bullish Engulfing Pattern एक Reversal Candlestick Pattern है जो हमें यह बताता है कि अब मार्केट में गिरावट रुककर तेजी शुरू हो सकती है। यह पैटर्न दो कैंडल से बनता है – पहली कैंडल होती है Bearish यानी लाल रंग की, और दूसरी होती है Bullish यानी हरे रंग की।
दूसरी कैंडल पहली कैंडल की पूरी बॉडी को अपने अंदर ले लेती है – यानी उसका ओपन पहली कैंडल से नीचे और क्लोज उससे ऊपर होता है। यही पूरी तरह से ढक लेना ही Engulfing का मतलब होता है।
यह पैटर्न बनता कब है?
ये पैटर्न तब बनता है जब मार्केट लगातार गिर रहा हो यानी Downtrend में हो। ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स मान चुके होते हैं कि अब और गिरावट आएगी, लेकिन अचानक एक दिन बड़ी Bullish कैंडल बनती है जो पिछले दिन की Bearish कैंडल को पूरी तरह कवर कर लेती है।
इससे यह संकेत मिलता है कि अब Buyers मार्केट में एक्टिव हो चुके हैं और Sellers कमजोर पड़ रहे हैं।
इस पैटर्न को पहचानने के 4 आसान तरीके
ट्रेंड देखिए: सबसे पहले यह confirm कीजिए कि मार्केट में गिरावट चल रही है या नहीं। ये पैटर्न सिर्फ डाउनट्रेंड में ही काम करता है।
पहली कैंडल Bearish होनी चाहिए: पहली कैंडल Red होनी चाहिए, जो दर्शाती है कि Sellers का कंट्रोल था।
दूसरी कैंडल पूरी बॉडी को कवर करे: दूसरी कैंडल का Open पहली से नीचे और Close उससे ऊपर होना चाहिए।
वॉल्यूम ज्यादा हो तो और अच्छा: अगर दूसरी कैंडल हाई वॉल्यूम के साथ बने तो ये सिग्नल और मजबूत हो जाता है।
ट्रेडिंग में कैसे करें इसका इस्तेमाल?
अगर आप इस पैटर्न के आधार पर ट्रेड करना चाहते हैं, तो ध्यान रखें ये चीजें:
Confirmation का इंतजार करें: जब अगली कैंडल Bullish Engulfing कैंडल के हाई को तोड़े, तभी एंट्री करें।
Stop Loss लगाना जरूरी है: स्टॉप लॉस आप पहली Bearish कैंडल के लो से थोड़ा नीचे लगा सकते हैं।
टारगेट कैसे तय करें?: आप Risk-Reward ratio के आधार पर टारगेट set करें – जैसे 1:2 या 1:3।
सपोर्ट ज़ोन पर ध्यान दें: अगर ये पैटर्न किसी Strong Support या Trendline के पास बन रहा हो तो इसकी Reliability बढ़ जाती है।
मार्केट साइकोलॉजी क्या कहती है?
यह पैटर्न हमें मार्केट के अंदर चल रही Buying और Selling का रिजल्ट दिखाता है। पहले Sellers हावी रहते हैं और बाजार नीचे जाता है। लेकिन फिर buyers बड़े पैमाने पर खरीदारी शुरू कर देते हैं और बाजार पलट जाता है। इससे यह साफ संकेत मिलता है कि अब Buyers का कंट्रोल बढ़ गया है।
बुलिश Engulfing Pattern के फायदे
Trend Reversal की जल्दी जानकारी मिलती है
कम रिस्क में अच्छी एंट्री पॉइंट देता है
कई चार्ट्स पर काम करता है – चाहे 5 मिनट का हो या डेली का
स्टॉक, क्रिप्टो, कमोडिटी – हर जगह इस्तेमाल हो सकता है
कुछ जरूरी सावधानियाँ
बिना कंफर्मेशन के ट्रेंड को मान लेना खतरनाक हो सकता है।
अगर मार्केट साइडवे या कंफ्यूज है, तो ये पैटर्न फेल भी हो सकता है।
सिर्फ इसी पैटर्न पर भरोसा करना गलत होगा – हमेशा बाकी Indicators से भी Cross-Check करें।
उदाहरण के लिए समझें
मान लीजिए ABC कंपनी का शेयर पिछले 5 दिनों से गिर रहा है। फिर एक दिन ₹100 पर एक छोटी red कैंडल बनती है। अगले दिन ₹98 से खुलकर शेयर ₹105 पर बंद होता है और एक लंबी green कैंडल बनती है जो पिछली red कैंडल को पूरी तरह कवर कर लेती है।
इसका मतलब है कि buyers ने पूरा कंट्रोल ले लिया है – अब मार्केट ऊपर जा सकता है। यह ट्रेड एंट्री का अच्छा मौका हो सकता है।
निष्कर्ष
Bullish Engulfing Candlestick Pattern एक बहुत ही पावरफुल Reversal संकेत है जिसे हर सीरियस ट्रेडर को समझना चाहिए। अगर इसे सही तरीके से support-resistance और confirmation के साथ यूज किया जाए, तो यह बढ़िया प्रॉफिट दे सकता है।
शुरुआत में इसे आप पेपर ट्रेडिंग में practice करें और धीरे-धीरे confidence बढ़ने पर रियल ट्रेड में इस्तेमाल करें।
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