आंध्र प्रदेश सरकार ने एक अनोखी और बेहद मददगार योजना की शुरुआत की है जिसका नाम है ‘थल्लिकी वंदनम’, यानी “मां को सलाम”। इस योजना के तहत, अब हर स्कूल जाने वाले बच्चे के लिए उसकी मां को ₹15,000 की सालाना सहायता दी जाएगी। इससे मांएं अपने बच्चों के लिए किताबें, यूनिफॉर्म और स्कूल की दूसरी ज़रूरतें आसानी से पूरी कर सकेंगी।
Thalliki Vandanam Scheme
सरकार का कहना है कि इस योजना का असली मकसद है मांओं को अपने बच्चों की पढ़ाई में भागीदार बनाना। जब मां आर्थिक रूप से मज़बूत होंगी, तो बच्चों की पढ़ाई भी बेहतर होगी। सरकार ने ₹15,000 में से ₹2,000 सीधे स्कूल सुधार के लिए काटने का निर्णय लिया है, जिससे स्कूलों की सफाई, इन्फ्रास्ट्रक्चर और हाइजीन बेहतर हो सके।
कितने बच्चों को मिलेगा लाभ
पिछली सरकार के दौरान, एक परिवार में चाहे तीन या चार बच्चे स्कूल जाते हों, लेकिन सिर्फ एक बच्चे के लिए ही पैसा मिलता था। अब, नई सरकार ने नियम बदल दिया है। चाहे एक बच्चा हो या सात, हर स्कूल जाने वाले बच्चे के लिए ₹13,000 दिए जा रहे हैं। इस बदलाव से लाखों परिवारों को बड़ा फायदा हो रहा है।
स्कूल खुलने से पहले खाते में सीधे आया पैसा
सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया है कि पैसा स्कूल शुरू होने से पहले ही मां के खाते में आ जाए। इससे मां-बाप को समय पर किताबें, बैग, यूनिफॉर्म और फीस के लिए पैसा मिल गया है। नगमणि नाम की एक मां, जिनकी चार बेटियां हैं, उन्होंने बताया कि उन्हें ₹52,000 मिले हैं। पहले उन्हें लोन लेना पड़ता था, अब वो खुद से सब कुछ कर पा रही हैं।
किन स्कूलों में लागू होगी योजना
सरकार ने साफ किया है कि यह योजना सिर्फ सरकारी स्कूलों के लिए नहीं है। प्राइवेट, एडेड स्कूल और जूनियर कॉलेज में पढ़ने वाले बच्चे भी इस योजना के दायरे में आएंगे। इससे करीब 67 लाख छात्र और 43 लाख माताएं लाभान्वित होंगी।
गरीब और अनाथ बच्चों के लिए अलग व्यवस्था
जो बच्चे अनाथ हैं, उनके लिए सरकार ने विशेष इंतज़ाम किए हैं। इन बच्चों के लिए पैसा जिला कलेक्टर के खाते में जमा किया गया है, और फील्ड स्तर पर जांच के बाद उन्हें भी मदद दी जाएगी। साथ ही, जिनके आवेदन गलत जानकारी की वजह से रिजेक्ट हो गए हैं, वो अपने विवरण अपडेट करके दोबारा जांच करवा सकते हैं।
कब आएगा खाते में पैसा?
राज्य सरकार ने तय किया है कि 12 जून से 5 जुलाई के बीच में सभी योग्य माताओं को यह रकम दी जाएगी। गांव-गांव के सचिवालयों पर लाभार्थियों की सूची चस्पा कर दी गई है, ताकि सबको पारदर्शिता से जानकारी मिले।
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